महेंद्र सिंह धोनी का जीवन
पूरा नाम : महेन्द्र सिंह धोनी
उप नाम: माही, एमएस, एमएसडी, कैप्टन कूल
जन्म स्थान: रांची, बिहार, भारत
जन्म तारीख : 7 जुलाई 1981
धर्म : हिन्दू
शैक्षिक योग्यता : 12 वीं कक्षा पास
शिक्षा : रांची
पिता का नाम : पान सिंह
माता का नाम : देवकी देवी
कुल भाई बहन :दो, [एक भाई और एक बहन]
बहन का नाम: जयंती गुप्ता
भाई का नाम: नरेंद्र सिंह
पत्नी का नाम : साक्षी सिंह रावत
लडकी का नाम : जीवा
पेशा : क्रिकेटर और भारत के पूर्व कप्तान
भारत क्रिकेट टीम में इनकी भूमिका : विकेटकीपर और बल्लेबाज
बल्लेबाजी शैली : दाहिने हाथ के बल्लेबाज
बॉलिंग शैली : दाहिने हाथ के मध्यम गेंदबाज
पहला टेस्ट मैच : 2 दिसंबर, 2005 बनाम श्रीलंका टीम
पहला ओडीआई : 23 दिसंबर 2004 बनाम बांग्लादेश टीम
पहला टी 20 : 1 दिसंबर 2006, बनाम दक्षिण अफ्रीका टीम
आईपीएल की टीम (IPL): चेन्नई सुपर किंग्स
लंबाई : 5 फीट 9 इंच
वजन : 70 किलो
कुल संपत्ति : करीब 700 करोड़
सन् 1981 में भारत के झारखंड राज्य में जन्मे धोनी ने इसी राज्य के डीएवी जवाहर विद्या मंदिर स्कूल से अपनी शुरुआती शिक्षा हासिल की है। अपनी 12 वीं कक्षा की पढ़ाई करने के बाद इन्होंने सेट.ज़ेवियर कॉलेज में दाखिला लिया था। लेकिन क्रिकेट के लिए धोनी को अपनी पढ़ाई के साथ समझौता करना पड़ा और इन्होंने अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया।
क्रिकेट करियर:
इन्हे साल 1999 में पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला था और यह पहला रणजी ट्रॉफी मैच बिहार राज्य की तरफ से असम क्रिकेट टीम के विरुद्ध खेला गया था। इस मैच की दूसरी पारी में धोनी ने नाबाद 68 रन बनाए थे, जबकि इस ट्रॉफी के इस सत्र में इन्होंने कुल 5 मैचों में 283 रन अपने नाम किए थे। इस ट्रॉफी के बाद धोनी ने अन्य और भी घरेलू मैच खेले थे।
धोनी के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भी इनका चयन ईस्ट जॉन सेलेक्टर द्वारा नहीं किया गया था।जिसके कारण धोनी ने खेल से दूरी बना ली और साल 2001 में कोलकाता राज्य में रेलवे विभाग में बतौर टिकट कलेक्टर के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया। लेकिन धोनी का मन इस नौकरी में नहीं लगा और इन्होंने तीन साल के अंदर ही इस नौकरी को छोड़ दिया और फिर से अपने क्रिकेट करियर पर ध्यान देना शुरू कर दिया।साल 2001 में धोनी का चयन दिलीप ट्रॉफी के लिए हो गया, लेकिन धोनी को उनके चयन की जानकारी सही समय पर मिल नहीं पाई। जिसके कारण धोनी इस ट्रॉफी में हिस्सा नहीं ले पाए। 2003 में धोनी को जमशेदपुर में प्रतिभा संसाधन विकास विंग के हुए मैच में खेलते हुए बंगाल के पूर्व कप्तान प्रकाश पोद्दार ने देखा था। जिसके बाद उन्होंने धोनी के खेल की जानकारी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को दी। और इस तरह से धोनी का चयन बिहार अंडर-19 टीम में हो गया था।धोनी ने साल 2003-2004 के देवधर ट्रॉफी के टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया था और धोनी पूर्वी जोन टीम का हिस्सा थे। देवधर ट्रॉफी का ये सीजन इनकी टीम द्वारा जीता गया था। और धोनी ने इस सीजन में कुल 4 मैच खेले थे, जिनमें इन्होंने 244 रन बनाए थे।साल 2004 में धोनी का चयन ‘इंडिया ए’ टीम में कर लिया गया थ। इंडिया ए टीम की ओर से धोनी ने अपना पहला मैच बतौर विकेट कीपर के तौर खेलते हुए। जिम्बाबे टीम के विरुद्ध काफी अच्छा प्रदर्शन किया था।तीन देशों के बीच (केन्या ए, भारत ए और पाकिस्तान ए) हुई श्रृंखला में भी धोनी ने दमदार प्रदर्शन किया और ‘पाकिस्तान ए’ टीम के विरुद्ध खेले गए मैच में अपने अर्ध शतक की मदद से धोनी ने भारतीय टीम को मैच जिताया।
धोनी का पहला वन डे मैच :
वर्ष 2004-2005 में महेंद्र सिंह धोनी का चयन राष्ट्रीय वन डे मैच में हुआ। इन्होने अपना पहला वन डे मैच बांग्लादेश टीम के खिलाफ खेला था। लेकिन ये अपने पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और 0 रन पर आउट हो गए थे। खराब प्रदर्शन के बाबजूद भी MS Dhoni की किस्मत के सितारों ने उनका साथ दिया, और उनका चयन पाकिस्तान टीम के साथ मैच के लिए कर लिया गया। MS Dhoni ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। वे इस मैच में 148 रन बनाकर पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी बन गए।
फिर उनको श्री लंका के साथ सीरीज के तीसरे मैच में बल्लेबाजी करने का अवसर मिला, इस अवसर को धोनी ने अच्छे से इस्तेमाल किया और लंका के खिलाफ 299 लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए 145 गेंदों में नाबाद 183 रन बनाए। उन्होनें इस सीरीज के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और उनके जोरदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज भी बनाया गया। शानदार प्रदर्शन से धोनी, 20 April 2006 को रिंकी पोंटिंग को डीथ्रोन करते हुए ICC ODI Ranking के शीर्ष तक पहुंचे।इस तरीके से महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट की दुनिया में आगे बढ़ने लगे और दुनिया के टॉप क्रिकेटर में उनकी गिनती होने लगी आज वो दुनिया के सबसे अच्छे बैटमैन और विकेटकीपर माने जाते है।
महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट मैच करियर:
पहला टेस्ट मैच:
धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से फ़र्स्ट टेस्ट मैच खेलने का अवसर साल 2005 में मिला था और इन्होंने अपना प्रथम मैच श्रीलंका टीम के विरुद्ध खेला था. इस मैच की पहली इनिंग में धोनी ने कुल 30 रन अपने नाम किए थे। मगर बारिश के चलते ये मैच बीच में ही बंद करना पड़ा था।साल 2006 में पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए इन्होने अपनी पहली टेस्ट सेंच्युरी लगाई थी और इसी के कारण ही इस टेस्ट मैच में भारत को फॉलो-ऑन से बचने में मदद मिली थी।
आखिरी टेस्ट मैच :
धोनी ने साल 2014 में अपना करियर का अंतिम टेस्ट मैच ऑस्ट्रलिया टीम के विरुद्ध खेला था। अपने इस अंतिम टेस्ट मैच में इन्होंने कुल 35 रन बनाए थे।ये मैच खत्म होने के बाद धोनी ने टेस्ट मैच से सन्यास लेने की जानकारी मीडिया के साथ साझा की थी और इस तरह से ये धोनी के जीवन का आखिर टेस्ट मैच बन गया था। इतने रन बनाए हो।
महेंद्र सिंह धोनी का आईपीएल मैच:
महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल में अब तक 234 मैच खेले, जिसमें 39.2 की औसत से 4978 रन बनाए हैं। धोनी ने अपनी कप्तानी में चेन्नई टीम को दूसरे सबसे ज्यादा 4 बार खिताब जिताया है..पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का शुक्रवार (20 मई) को ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 सीजन में सफर खत्म हुआ है।उनकी कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने ग्रुप स्टेज में अपना आखिरी मुकाबला राजस्थान रॉयल्स (RR) के हाथों 5 विकेट से गंवा दिया।
इस बीच धोनी के फैन्स के लिए एक खबर अच्छी आई। वह ये है कि माही का सफर अभी IPL 2022 सीजन में खत्म हुआ है।वह अगले सीजन में दोबारा लौटेंगे। धोनी अगले सीजन में भी चेन्नई टीम की कप्तानी करते ही दिखाई देंगे। यह बात मैच के आखरी दौरान धोनी ने ही कही है।जब उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से 15 अगस्त 2020 को संन्यास का ऐलान किया था। तब उनकी उम्र 38 साल थी। इससे ठीक एक साल पहले यानी 2019 आईपीएल सीजन से ही हर बार धोनी से एक सवाल पूछा जाता रहा है।यह सवाल है कि क्या वो अगले आईपीएल सीजन में खेलते दिखाई देंगे? यदि खेलेंगे, तो किस टीम के साथ? धोनी इस तरह के सवालों के जवाब 'कभी हां, कभी ना' में देते हुए चार सीजन से खेलते आ रहे हैं। 2019 में जब धोनी से पूछा गया कि क्या वह अगले सीजन में आईपीएल खेलते हुए दिखेंगे? तो इस पर एम एस धोनी ने कहा था- जी हां, उम्मीद तो है।
2020 सीजन में चेन्नई टीम आईपीएल इतिहास में पहली बार प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी थी। तब धोनी से पूछा गया था कि क्या यह उनका लीग में आखिरी मैच है? तब धोनी ने कहा था- बिल्कुल नहीं 2021 सीजन धोनी के लिए बेहद खास था। इसमें माही ने चेन्नई को चौथी बार खिताब जिताया था। तब खिताब जीतने के बाद हर्षा भोगले ने धोनी से पूछा था कि क्या आप अगले साल भी खेलते दिखाई देंगे? इस पर माही ने कहा था- अभी मैंने कुछ छोड़ा नहीं है।
2022 सीजन चेन्नई टीम के लिए बेहद खराब रहा है। इसमें कप्तानी से लेकर खिलाड़ियों के बीच काफी कुछ तनाव देखने को मिला था।इस सीजन में भी चेन्नई टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी।धोनी ने 20 मई को इस सीजन का अपना आखिरी मैच खेला। मुकाबले में टॉस के दौरान इयान बिशप ने पूछा- क्या वह अगले साल खेलेंगे? इस पर धोनी ने कहा, 'बिल्कुल, CSK फैन्स और चेपक के दर्शकों को धन्यवाद नहीं कहना ठीक नहीं होगा । एम ,एस, धोनी ने 234 IPL मैच में 4978 रन बनाए। एम ,एस,धोनी ने अब तक आईपीएल में कुल 234 मैच खेले।जिसमें 39.2 की औसत से 4978 रन बनाए हैं।इस दौरान धोनी ने 24 अर्धशतक जमाए हैं।वह अब तक शतक नहीं लगा सके।धोनी ने आईपीएल में 229 छक्के और 346 चौके जमाए हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में चेन्नई टीम को दूसरे सबसे ज्यादा 4 बार खिताब जिताया है।
महेंद्र सिंह धोनी की पर्सनल लाइफ:
एम ,एस,धोनी के पर्सनल लाइफ में कई ऐसे लोग है जो कि उनके बचपन के दोस्त है। उनके किसी एक दोस्त ने ही उन्हें हेलीकाप्टर शॉट खेलना सिखाया था। धोनी को अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद एक प्रियंका नाम की लड़की से प्यार हुआ था । कुछ समय की रिलेशनशिप के बाद प्रियंका की एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गयी थी।
फिल्म एम.एस.धोनी में बताया गया है कि धोनी और साक्षी एक होटल में मिले थे। असल में यह सच नहीं है। सच यह है कि धोनी के पापा और साक्षी के पापा दोनों ही एक ही कंपनी में काम करते थे। हैरानी की बात तो ये है कि साक्षी और धोनी एक ही स्कूल में भी पढ़े हुए है ।पर जिस समय धोनी ने स्कूल जाना बंद किया था, उसी समय साक्षी ने स्कूल में दाखिला लिया था। जिससे धोनी स्कूल में साक्षी को मिल नहीं पाए। कुछ समय बाद साक्षी का परिवार रांची छोड़कर देहरादून चला गया था। देहरादून में साक्षी के दादा-दादी पहले से ही रहते थे।
जब 2007 नवम्बर-दिसम्बर में धोनी का सिलेक्शन टीम इंडिया में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली सीरीज में हुआ था, तब टीम कोलकाता में पकिस्तान के खिलाफ मैच खेल रही थी। धोनी की मुलाक़ात कोलकाता में ही साक्षी से हुई थी।उस समय भारतीय टीम एक होटल में ठहरी थी जहां पर साक्षी की मुलाक़ात धोनी से हुई। साक्षी को धोनी के सामने परिचित करने वाली युद्ध जीत दत्ता होटल की मेनेजर थी। जिस दिन धोनी और साक्षी मिले वो दिन साक्षी का होटल इंटर्नशिप का आखिरी दिन था, इसलिए साक्षी होटल छोड़ कर जा चुकी थी
उसके बाद धोनी ने मेनेजर से साक्षी का नम्बर ले कर उनसे संपर्क करने की कोशिश करी।जब धोनी ने उन्हें पहली बार मेसेज किया, तब साक्षी को लगा की कोई उनसे मज़ाक कर रहा है। बाद में जब उन्हें पता चला कि ये असल में धोनी ही है और भारतीय टीम के कप्तान बन चुके है, तब वे अपने आप पर भरोसा नहीं कर पा रही थी कि भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें मेसेज किये है।
साक्षी को 2-3 महीने तक मनाने के बाद धोनी और साक्षी दोनों एक दुसरे को डेट करने लग गए और फिर साल 2010 में दोनों ने शादी कर ली।धोनी की एक बेटी भी है । जिसका नाम ज़ीवा है जीवा अभी 5 साल की है।
महेंद्र सिंह धोनी का T20 मैच :
महेंद्र सिंह धोनीने अपनी पहला टी-20 मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था लेकिन उनके पहले टी-20 मैच में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा आपको बता दें कि इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने महज 2 गेंदों का ही सामना किया था और जीरो पर ही आउट हो गए थे हालांकि टीम इंडिया ने इस मैच को जीत लिया था।
महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया, चेन्नई सुपर किंग्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए ही टी20 मैच खेले।
धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।महेंद्र सिंह धोनी का टी20 क्रिकेट में बड़ा रिकॉर्ड टी20 में 200 कैच लेने वाले पहले विकेटकीपर बने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट जगत में एक और शानदार रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। इस मामले में उन्होंने दिग्गजों को भी पछाड़ दिया है। धोनी के आसपास भी कोई मौजूद नहीं है। दरअसल, धोनी टी20 क्रिकेट में बतौर विकेटकीपर 200 कैच लेने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। वह सिर्फ इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में ही खेल रहे हैं। आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) टीम की कमान संभाल रहे धोनी ने यह कैच का रिकॉर्ड रविवार को दिल्ली कैपिटल्स (DC) के खिलाफ मैच में बनाया।धोनी ने 347 टी20 मैच में 200 कैच पकड़े ।दिल्ली टीम ने खिलाफ मैच में धोनी ने दो कैच लपके. इसमें पहला उन्होंने रोवमैन पॉवेल को शिकार बनाया।इसके बाद धोनी ने दूसरा कैच शार्दुल ठाकुर का पकड़ा।इसी के साथ उन्होंने बतौर विकेटकीपर टी20 फॉर्मेट में कैचों का अपना दोहरा शतक भी पूरा कर लिया।धोनी ने अब तक बतौर विकेटकीपर कुल 347 टी20 मैच खेले, जिसमें 200 कैच लपके हैं। धोनी ने यह सभी मैच टीम इंडिया, चेन्नई सुपर किंग्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए ही खेले।
महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड :
महेंद्र सिंह धोनी पहले ऐसे विकटकीपर हैं जिन्होनें टेस्ट मैच में कुल 4 हजार रन बनाए थे इनसे पहले कभी किसी विकेट कीपर ने इतने रन नहीं बनाए थे। इस तरह धोनी ने टेस्ट मैचों में रिकॉर्ड बना लिया था।महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के दौरान कुल 27 टेस्ट मैच हुए थे जिसमें धोनी के नाम सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान होने का रिकॉर्ड दर्ज है।इनकी कप्तानी के दौरान भारतीय टीम ने नीचे लिखे गए वर्ल्ड कप जीते थे जिसके साथ ही महेंद्र सिंह धोनी पहले ऐसे कप्तान बन गए थे जिन्होनें सभी तरह के ICC टूर्नामेंट कप जीते थे।
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